अनमोल दोहे
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गुरु गोविंद सिंह के अनमोल दोहे
सुरा सो पहचानिए, जो लडे दीन के हेत।
पुर्जा पुर्जा कट मरे, कभौ न छड्डे ख़ेत॥1॥
गुरु गोविंद सिंह
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