अनमोल दोहे
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अग्रदास के अनमोल दोहे
अग्रदास कह धन्य सो, जाहि दियो गुरु ज्ञान।
सो तन लीन्हो सुफल कै, छूटा दुःख महान॥1॥
अग्रदास
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